ग्रामीण कार्य विभाग बिहार
ग्रामीण कार्य विभाग बिहार में होगी 2261 पदों पर भर्ती, क्लर्क, अमीन व इंजीनियर समेत ये होंगे पद। ग्रामीण सड़कों की गुणवत्ता को और बेहतर करने के लिए ग्रामीण कार्य विभाग का नए सिरे से पुनर्गठन किया गया है। पहले इसके तहत अब तक विभाग में 6244 पद थे। इसमें 2261 और पदों का सृजन किया गया है । अब बिहार में कुल 8683 पद हो गए हैं। जल्द ही बहाली की प्रक्रिया शुरू की जायेगी।

ग्रामीण कार्य विभाग बिहार Recruitment 2023 : ये होंगे पद।
ग्रामीण कार्य विभाग बिहार में निम्नवर्गीय लिपिक की संख्या अभी 494 है। इसमें 425 की वृद्धि करते हुए 919 कर दी गई है। शोध सहायक 26 के बदले 128 होंगे। प्रयोगशाला सहायक के 42 और अमीन की संख्या में 99 की वृद्धि की गई है।
ग्रामीण कार्य विभाग बिहार पुर्नगठन के बाद अभियंता प्रमुख के होंगे दो पद।
ग्रामीण कार्य विभाग बिहार के पुनर्गठन के बाद अब अभियंता प्रमुख के एक के बदले दो पद हो गए हैं। मुख्य अभियंता के चार के बदले आठ पद होंगे। जबकि अधीक्षण अभियंताओं की संख्या बढ़कर 30 से 40 हो जाएगी। कार्यपालक अभियंताओं की संख्या 177 से 196 कर दी गई है। सहायक अभियंताओं की संख्या अभी 775 है। इसमें 108 की वृद्धि करते हुए 883 कर दिया गया है। बढ़े हुए पद वाले सहायक अभियंताओं को ही गुणवत्ता की विशेष जिम्मेवारी दी जाएगी। कनीय अभियंता के पद 1396 ही रहेंगे। इसमें कोई बदलाव नहीं किया गया है।
पथ कार्य प्रभारी का नया पद सृजन किया गया है। इसके तहत 1069 पथ कार्य प्रभारी की बहाली होगी। इसी तरह परिचारी के पद में 382 की वृद्धि की गई है। सृजित पदों में निम्नवर्गीय पदों को सीधी भर्ती से भरा जाएगा। जबकि सहायक अभियंता से ऊपर वाले पदों को प्रोमोशन से भरा जा सकता है। कुछ पदों को संविदा से भी भरने की योजना है।
ग्रामीण कार्य विभाग बिहार : खराब सड़कों को ठीक करने पर रहेगा जोर
विभागीय अधिकारियों के अनुसार, सरकार ने तय किया है कि ग्रामीण सड़कों का निर्माण और मरम्मत विभागीय स्तर पर होगा। इसके लिए सरकार के शीर्ष स्तर पर कई बार बैठकें भी की जा चुकी हैं। इसी के आलोक में विभाग ने सभी पदों का नए सिरे से गठन किया है। विभाग में अभी अभियंता प्रमुख के एक पद हैं। पुनर्गठन के बाद ये दो पद हो गए हैं। विभाग के अधीन अभी चार जोन हैं जिसके मुखिया मुख्य अभियंता होते हैं। विभाग ने जोन की संख्या में भी वृद्धि करते हुए आठ करने का निर्णय लिया है। अब तक विभाग के अधीन 20 सर्किल कार्यरत हैं। इसकी संख्या में दो की वृद्धि की गई है। अधीक्षण अभियंता इसके प्रमुख होते हैं। जबकि सामान्य कार्य प्रमंडल की तर्ज पर 108 गुण नियंत्रण प्रयोगशाला प्रमंडल होगा, जिसकी जिम्मेवारी सहायक अभियंताओं को दी गई है।
ग्रामीण कार्य विभाग बिहार का उद्देश्य
ग्रामीण कार्य विभाग बिहार में एक लाख 11 हजार 626 किलोमीटर ग्रामीण सड़कें हैं। मुख्यमंत्री ग्राम सम्पर्क योजना, ग्रामीण टोला सम्पर्क निश्चय योजना और प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत इन सड़कों का समय- समय पर निर्माण व मरम्मत होती है। ग्रामीण सड़कों के निर्माण व मरम्मत के दौरान गुणवत्ता को लेकर अक्सर सवाल उठते रहते हैं।हालांकि विभाग में अभी निगरानी की पूरी प्रक्रिया है लेकिन फिर भी कहीं न कहीं चूक हो जा रही है, जिस कारण ग्रामीण सड़कों की गुणवत्ता पर सवाल उठते हालांकि विभाग में अभी निगरानी की पूरी प्रक्रिया है लेकिन फिर भी कहीं न कहीं चूक हो जा रही है, जिस कारण ग्रामीण सड़कों की गुणवत्ता पर सवाल उठते रहते हैं। इसलिए हर प्रमंडल में गुणवत्ता कोषांग के तहत इंजीनियरों को तैनात किया जाएगा, जो सड़कों के निर्माण या मरम्मत की निगरानी करेंगे इस निगरानी को टीयर टू का दर्जा दिया गया है।